Friday, April 25, 2025

दिल्ली में प्रदूषण के स्तर में वृद्धि और सर्दियों के दृष्टिकोण के रूप में कोरोना वायरस मामलों में बढ़ोतरी की आशंका को लेकर  इस बार हवा साफ रखने के लिए दशहरे पर रावण के पुतलों का दहन भी नहीं किया गया. लेकिन शाम तक शहर घनी धुंध से ढका हुआ था और वायु गुणवत्ता सूचकांक ने व्यस्त क्षेत्रों में “बहुत खराब” श्रेणी दिखाई.

8 अक्टूबर को नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दिल्ली में सर्दियों में रोजाना 15,000 कोविड मामले देखने को मिल सकते हैं. पिछले दो दिनों में रोजाना 4,000 से अधिक केस सामने आ रहे हैं. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ये कहने के बाद कि शहर बीमारी के चरम पर था, सुई फिर से ऊपर जा रही है.

एम्स ट्रॉमा सेंटर में कोविड सुविधा के प्रमुख डॉ राजेश मल्होत्रा ने कहा, “स्थिति बहुत जटिल है. अधिक से अधिक लोगों को खांसी और अन्य सांस संबंधी समस्याएं हो रही हैं और यह प्रदूषण की वजह से है. कोविड के गंभीर मामलों की संख्या जो पिछले कुछ हफ्तों से हमारे पास है, नीचे नहीं जा रही है.”

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन से पता चला है कि पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 2.5 में केवल एक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर की वृद्धि कोविड -19 की मृत्यु दर में 8 प्रतिशत की वृद्धि से जुड़ी है. लेकिन दिल्ली में, हाल के हफ्तों में पीएम 2.5 का स्तर 180 से 300 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर के आसपास औसत रहा है. यह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित सुरक्षित सीमाओं से 12 गुना अधिक है.

शहर में वायु की गुणवत्ता का कुल स्तर जहां 352 था, वहीं आनंद विहार में यह 407, जहांगीर पुरी में 412 और बवाना में 422 दर्ज किया गया जो कि गंभीर श्रेणी में आता है.

प्रदूषण को लेकर दशहरा समारोहों पर भी असर पड़ा है. लव कुश रामलीला समिति के प्रमुख अर्जुन कुमार ने एनडीटीवी को बताया कि शहर भर में समारोह बहुत “कम” स्तर पर हैं. उन्होंने कहा, “प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए, यहां तक ​​कि एक या दो रामलीलाएं जो हो रहीं हैं उनमें भी रावण के पुतले जलाने के लिए नहीं लगाए गए हैं.”

उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने पूर्वी दिल्ली में उनके घर पर एक प्रतीकात्मक रावण का पुतले पर धनुष और बाण चलाया और कहा, “प्रदूषण और कोविड आज की सबसे बड़ी बुराइयां हैं. मैं सभी से अपील करता हूं कि आप सभी प्रदूषण मुक्त दशहरा और दिवाली मनाने की शपथ लें और कोविड और प्रदूषण जैसी बुराइयों से एक साथ लड़ें”

सरकार का दावा है कि स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सभी उपाय किए जा रहे हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा, “जैसे ही किसी को पॉजिटिव पाया जाता है, हम संपर्क ट्रेसिंग करते हैं और लोगों को तुरंत अलग कर देते हैं. मामलों की दोहरीकरण दर 70 दिन है.”

लेकिन पड़ोसी राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में जलती हुई आग, जो विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण के प्रमुख कारणों में से एक है, अनियंत्रित जारी है.

Tags: , ,

0 Comments

Leave a Comment

LATEST POSTS

सोना-चांदी के दाम में आई बड़ी गिरावट
Arun Kumar Saini ने लिखी कामयाबी की नई इबारत, Capital Sands ने लगाई ऊंची छलांग
Bizzopp Expo and Business Awards 2025: A Landmark Event in New Delhi
RELIANCE आज पेश करेगा अपने Q4 नतीजे
Dubai 22K gold price touches Dh200 a gram for first time in nine years
IMF के ग्लोबल अनुमान घटाने से कच्चे तेल की कीमतों पर दबाव, 1950 डॉलर के नीचे आया सोना
Dollar Consolidates, Still in Demand
महिलाओं की दिलचस्पी ऑनलाइन ट्रेडिंग बाज़ार (FX & CFD’s) में क्यों बढ़ने लगी?
Gold Silver Price: आज सोना हुआ सस्ता और चांदी हुई महंगी, ज्वैलरी बाजार में ये रहा सोने का रेट
Share Price में हेराफेरी! SEBI ने 85 कंपनियों को शेयर मार्केट से ट्रेडिंग पर लगाया बैन
Taiwan October Export orders Likely contracted Again, But at Slower Pace- Raeuters Poll
कोरोना की वजह से देश का लक्जरी कार बाजार 5-7 साल पीछे हुआ